भगवद् गीता में समत्व भाव का उल्लेख अनेक जगहों पर मिलता है, यहाँ कुछ प्रमुख उदाहरण दिए गए हैं: 1. कर्मयोग में समत्व भाव: 2. ज्ञानयोग में समत्व भाव: 3. भक्ति योग में समत्व भाव: निष्कर्ष: भगवद् गीता में समत्व भाव को जीवन जीने का आदर्श तरीका बताया गया है। कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्ति योग […]
भगवद् गीता में समत्व भाव
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