Tag: भगवद् गीता के अध्याय 3

कर्मयोग: भगवद्गीता अध्याय 3 में कर्म की गहराई को खोजना

भगवद् गीता: अध्याय 3 की गहराई हिन्दू धर्मग्रंथों के आधार स्तम्भों में से एक, भगवद्गीता अपने प्रत्येक अध्याय के साथ ज्ञान का एक नया परत खोलती है. अध्याय 3, कर्मयोग शीर्षक से, अर्जुन और कृष्ण के बीच संवाद को और गहन बना देता है. अर्जुन, अभी भी अपने युद्धक्षेत्र की दुविधा से जूझ रहा है, […]